हल्द्वानी- पैर में दर्द बताकर एक दिन पहले सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती हुए दुग्ध उत्पादन प्रबंध समिति के अध्यक्ष मुकेश बोरा को बुधवार सुबह वापस उप कारागार भेज दिया गया। उसने मेडिकल प्रमाणपत्र के आधार पर बुधवार को नैनीताल दुग्ध संघ की बोर्ड बैठक निरस्त कर दी। साथ ही कोर्ट को भी सूचित कर दिया। पॉक्सो मामले में जेल में बंद मुकेश बोरा ने बैठक के लिए अनुमति देने को विशेष न्यायाधीश में आवेदन दिया था। यह इजाजत होटल या रेस्तरां के लिए की गई थी। वहीं कोर्ट ने आख्या, आवेदन और परिस्थितियों के दृष्टिगत पांच फरवरी को जेल में ही बैठक का आदेश दिया था।
यह तारीख आने से एक दिन पहले मुकेश ने अपने पैर में दर्द बताया। कहा कि फिसलने से गिरकर उसके चोट आई। इस पर मुकेश को एसटीएच में भर्ती कराया गया था। बैठक के लिए उसे बुधवार की सुबह अस्पताल से डिस्चार्ज कराकर जेल प्रशासन ने उसकी आमद उप कारागार में करा दी। बोरा ने बैठक न कराने का एक आवेदन पत्र और अपना मेडिकल विवरण कोर्ट में अपने अधिवक्ता के जरिये पेश करवा दिया। ऐसे में बुधवार को बैठक नहीं हुई।
कोट
कोर्ट के आदेश पर होने वाली बैठक नहीं हुई है। विचाराधीन बंदी मुकेश बोरा ने बैठक न कराए जाने की सूचना, आवेदन पत्र और अपना मेडिकल विवरण कोर्ट में पेश किया है। – प्रमोद कुमार, अधीक्षक, उप कारागार

