हल्द्वानी- एक तरफ त्योहारी सीजन आया हुआ है, दूसरी तरफ शहर में हर रोज वीआईपी लोगों का आवागमन बढ़ गया है। वीआईपी को बेहतर सुविधा देने के लिए जहां पुलिस को ट्रैफिक कंट्रोल करने में पसीना बहाना पड़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ आम नागरिकों को घंटों जाम में फंसकर फजीहत झेलनी पड़ रही है।
शहरों में वीआईपी आगमन बढ़ने से घंटों जाम में फंसे रहे लोगों का कहना है कि वीआईपी कल्चर खत्म होना चाहिए। आम पब्लिक से ही चुने गए वीआईपी पब्लिक को परेशान कर रहे हैं। इस भागदौड़ की जिंदगी में लोगों का एक-एक मिनट कितना कीमती होता है, उसे कोई नहीं समझ सकता है।
लेकिन वीआईपी कल्चर के नाम पर इन लोगों ने शहर को जाम में झोंक दिया है। लोगों का कहना है कि पब्लिक के बीच, गांव से निकले हुए लोग आज वीआईपी बनकर आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं।
इन लोगों को कतई एहसास नहीं है कि हम भी आम जनता की तरह कभी सफर करते थे और आज इन लोगों को अहसास होना चाहिए कि हमारी वजह से जनता कितनी परेशान है।
जाम में फंसी जनता का कहना है उनकी राह में वीआईपी अकसर रोड़े बनते रहते हैं, जिस चौराहे से गुजरो वहां कोई न कोई वीआईपी आते रहते हैं। ऐसे में इनके लिए अलग से रूट तैयार करना चाहिए। या फिर आम पब्लिक की तरह इन्हें भी आना चाहिए।
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