काशीपुर-काशीपुर में शाम कांवड़ यात्रा के मद्देनजर पुलिस विभाग की अंतरराज्यीय एवं अन्तरएजेंसी समन्वीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कुमाऊं मंडल और मुरादाबाद मंडल के डीआईजी समय अन्य पुलिस अधिकारियों ने प्रतिभाग कर कावड़ यात्रा के मद्देनजर एक दूसरे के साथ आपसी तालमेल और कावड़ यात्रा से जुड़ी जानकारी साझा की। बीते 2 वर्षों से कोरोना वैश्विक महामारी के चलते कावड़ यात्रा स्थगित कर दी गई थी। जिसके बाद इस वर्ष की कांवड़ यात्रा का बीते रोज से शुभारंभ हो चुका है।
26 जुलाई को महाशिवरात्रि के चलते इस बीच हरिद्वार से गंगाजल भरने आने वाले तथा वापस अपने गंतव्य स्थानों को जाने वाले कांवड़ियों के आवागमन के चलते ट्रैफिक व्यवस्था आदि के मध्य नजर काशीपुर में बाजपुर रोड स्थित आईजीएल फैक्ट्री के गेस्ट हाउस में बैठक में उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल और पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद मंडल के डीआईजी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने प्रतिभाग कर कावड़ यात्रा के मद्देनजर एक दूसरे के साथ आपसी तालमेल और कावड़ यात्रा से जुड़ी जानकारी साझा की। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए मुरादाबाद मंडल के लिए डीआईजी शलभ माथुर ने कहा कि कुमाऊं मंडल और मुरादाबाद मंडल के सीमावर्ती जिलों के थाना स्तर तक के अधिकारियों की मीटिंग के आयोजन में कुछ अधिकारी ऑनलाइन भी जुड़े हुए थे। गोष्ठी में ट्रैफिक व्यवस्था तथा रूट डायवर्जन के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपसी तालमेल के लिए तथा जानकारी साझा करने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जाने पर भी चर्चा कर फैसला लिया गया।
इस दौरान पूर्व में रहे अधिकारियों जो कि वर्तमान में भी यहां कार्यरत हैं उनके अनुभव भी कावड़ यात्रा के दौरान अच्छी व्यवस्था के लिए लिए गए। उन्होंने कहा कि इस बार वॉलिंटियर्स का काफी मात्रा में उपयोग किया जाएगा साथ ही सोशल मीडिया पर जानकारी तथा दिशा निर्देश साझा करने के साथ-साथ कांवरियों के जत्थेदारों के साथ भी बैठकों का आयोजन किया गया है कि वह अपना पहचान पत्र ले जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाएं। इसके अलावा बीते वर्षों में हुई घटनाओं के दृष्टिगत पुलिस विभाग के अलावा अन्य विभागों जैसे बिजली विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के साथ भी संबंध में स्थापित किया गया। वही कुमाऊं मंडल के डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उधम सिंह नगर जिला कांवड़ यात्रा के लिहाज से काफी संवेदनशील रहा है।
इसलिए कावड़ यात्रा को पूरी तरह से गंभीरता से लेते हुए उत्तराखंड के कुमाऊं के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और बरेली रेंज के अधिकारियों के साथ आज बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में दोनों ही राज्यों के अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस कर्मियों के मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान भी किया गया तथा व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर इसके माध्यम से कावड़ यात्रा पर सकुशल संपन्न कराने का फैसला लिया गया। वही दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय स्तर पर योजनाओं का आपस में आदान-प्रदान किया। इस दौरान दोनों ही राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने एक दूसरे से की जाने वाली अपेक्षाओं का आदान प्रदान किया।
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