उत्तराखंड में नशा तस्करों पर बड़ा प्रहार – STF ने 25 लाख की अफीम के साथ दो अंतरराज्यीय तस्करों को दबोचा….

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स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की एंटी नार्कोटिक्स टीम का बड़ा ऑपरेशन, किच्छा में 2.5 किलो अफीम के साथ तस्कर गिरफ्तार

उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान के तहत नशा तस्करों के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। उधम सिंह नगर के थाना किच्छा क्षेत्र में STF की कुमाऊं यूनिट ने दो अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 2 किलो 513 ग्राम अफीम बरामद की गई, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 25 लाख रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई STF कुमाऊं यूनिट, रुद्रपुर द्वारा की गई, जिसमें स्थानीय थाना किच्छा पुलिस की सहायता ली गई।

STF की कड़ी निगरानी में घिरे नशा तस्कर

मुख्यमंत्री उत्तराखंड के “ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान” को गति देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (STF) नवनीत भुल्लर द्वारा पूरे उत्तराखंड में नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में सीओ STF आर.बी. चमोला के निर्देशन और प्रभारी निरीक्षक STF (एंटी नार्कोटिक्स) कुमाऊं यूनिट पावन स्वरुप के नेतृत्व में यह ऑपरेशन अंजाम दिया गया। STF की एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स ने लगातार क्षेत्र में निगरानी रखते हुए इस पूरे ड्रग नेटवर्क की पड़ताल की और तस्करों को रंगे हाथ पकड़ने में सफलता हासिल की।

कैसे धरे गए तस्कर?

STF को गुप्त सूचना मिली थी कि बरेली से कुछ लोग उत्तराखंड में अफीम की तस्करी करने आ रहे हैं। सूचना मिलते ही STF की टीम हरकत में आ गई और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर किच्छा के दरउ मार्ग पर एक चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान एक मोटरसाइकिल (UP AM 25 4056) पर सवार दो संदिग्धों को रोका गया। जब उनकी तलाशी ली गई, तो उनके पास से 2 किलो 513 ग्राम अफीम बरामद हुई।

गिरफ्तार तस्करों की पहचान

गिरफ्तार किए गए दोनों तस्कर उत्तर प्रदेश के जिला बरेली के निवासी हैं। इनमें पहला तस्कर भानु प्रताप (पुत्र राम चंद्र, निवासी ग्राम खानपुर, थाना भोजीपुरा, जिला बरेली) है, जबकि दूसरा तस्कर हेमंत कुमार (पुत्र विजय पाल, निवासी ग्राम चक्दाहा, थाना शाही, जिला बरेली) बताया जा रहा है।

नशे की अवैध तस्करी का नेटवर्क

पूछताछ में तस्करों ने खुलासा किया कि वे उत्तर प्रदेश के मीरगंज क्षेत्र से अफीम लाकर उत्तराखंड के किच्छा, रुद्रपुर और बाजपुर क्षेत्रों में बेचते थे। उनका संपर्क एक “ननुआ” नामक व्यक्ति से था, जो मीरगंज में रहता है और उन्हें अफीम सप्लाई करता था। इस धंधे में उन्हें भारी मुनाफा होता था। STF को पूछताछ के दौरान अन्य कई नशा तस्करों की जानकारी भी मिली है, जिनके खिलाफ जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बरामदगी का विवरण

STF ने तस्करों के पास से 2 किलो 513 ग्राम अफीम बरामद की, जो अवैध तस्करी के लिए ले जाई जा रही थी। इसके अलावा, मोटरसाइकिल (नंबर – UP AM 25 4056) भी जब्त की गई है, जिसे तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।

अभियान में शामिल पुलिस अधिकारी और टीम के सदस्य

इस पूरी कार्रवाई को सफल बनाने में STF कुमाऊं यूनिट और थाना किच्छा पुलिस की संयुक्त टीम ने अहम भूमिका निभाई। STF टीम के नेतृत्व में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, जिसमें निरीक्षक पावन स्वरुप के साथ SI विपिन चंद्र जोशी, SI विनोद चंद्र जोशी, ASI जगवीर, HC मनमोहन सिंह, आरक्षी वीरेंद्र चौहान, आरक्षी इसरार अहमद और आरक्षी मोहित जोशी शामिल रहे।

इसके अलावा, थाना किच्छा पुलिस की टीम, जिसमें SI हेम चंद्र और आरक्षी उमेश सिंह शामिल थे, ने भी इस ऑपरेशन में सक्रिय भागीदारी निभाई। टीम की मुस्तैदी और तेजी के चलते दो बड़े नशा तस्करों को दबोचने में सफलता मिली।

जनता से अपील – नशे से दूर रहें, अपराधियों की सूचना दें

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक STF ने जनता से अपील की है कि नशे से दूर रहें और किसी भी प्रकार के लालच में आकर नशा तस्करी न करें। यदि किसी को भी अपने आसपास नशा तस्करी से जुड़ी कोई जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन या STF उत्तराखंड से संपर्क करें।

STF लगातार ड्रग्स मुक्त देवभूमि अभियान के तहत उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने के लिए सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस प्रशासन ने साफ संदेश दिया है कि नशा तस्करी में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

STF उत्तराखंड का संकल्प – “ड्रग्स मुक्त देवभूमि”

उत्तराखंड पुलिस और STF का मिशन “ड्रग्स फ्री देवभूमि” के तहत राज्य को नशे से पूरी तरह मुक्त करना है। इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे नशा तस्करों के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त किया जा सके। जनता को भी इस अभियान में सहयोग देने की जरूरत है।

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