आरोपियों के घर पर चलाये जाए बुलडोजर- हेमा भंडारी
देहरादून- जनाधिकार मोर्चा के पदाधिकारियो ने देहरादून आई एस बी टी मे नावालिक और मानसिक रूप से विकलांग के साथउम्र में तीन गुना व्यक्तियों द्वारा सामूहिक बलात्कार के इंसाफ को लेकर एस एस पी को ज्ञापन सौपा। जनाधिकार मोर्चा की महासचिव हेमा भंडारी ने कहा की यदि अंकिता हत्याकांड पर सरकार ने सख्त कानून बनाकर आरोपियों को सजा दिलाई होती तो आज बलात्कार की घटनाओ पर रोक लग गई होती।
महिलाओं पर बढ़ते अपराध चिंताजनक है। उत्तराखंड की राजधानी में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। आज अंकिता भंडारी के माता पिता इन्साफ के लिए दर दर भटक रहे है। देश की क़ानून व्यवस्था लचर है। उन्होंने कहा कि ज़ब अंकिता भंडारी के हत्याकांड में सरकार ने तत्परता दिखाते हुए बुलडोजर चलाया तो आज इस केस में खामोश क्यों है? अपराधियों को फ़ास्ट ट्रक के तहत फांसी होनी चाहिए।
इस घटना कोई सामान्य अपराधी नहीं कर सकता यह मानसिक बीमारी है, ऐसे लोगों को चिन्हित करना आवश्यक है। ये किसी भी समुदाय में हो सकते है। जनाधीकार मोर्चा मांग करता है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाये जिससे ऐसे लोगो को सबक मिले और दुष्कर्म करने से पहले उनकी रूह काँप जाए जनाधिकार मोर्चा के सचिव अभिषेक ने कहा कि सरकार का दोगला रवैया है
यदि लड़की हिन्दू की हो तो शासन प्रशासन सभी तेजी एक्टिव हो जाते है और अब अलग समुदाय की वजह से सब मौन है। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया पर हमारी मांग है कि उन्हें कड़ा दंड भी दिलवाया जाए। ज्ञापन देने वालों में अभिषेक सिंह, हेमा भंडारी, इम्तियाज, अजीज, सोहन सिंह, वसीम, रिजवान, हरीश, रोहित, सलीम, इसरार आदि मौजूद रहे
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