रुद्रपुर – (शादाब हुसैन) सतपाल ठुकराल ने तीन काले कानून को वापस लेने और किसान आंदोलन में हुए शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि देने संकल्प लिया था |ठुकराल ने गुरद्वारा गोल मार्केट में माथा टेका और माथा टेक कर अरदास की और 13 तारीख को नंगे पैर पदयात्रा निकालते हुए गाजीपुर बॉर्डर के लिए प्रस्थान किया था | जो आज गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गए है गाजीपुर पहुंचने पर किसानों ने उनका और किसान नेता टिकैत ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया और उन्हें सराफा बांधकर किसान की उपाधि देते हुए सच्चा किसान हित देशभक्त बताया |
उन्होंने कहा कि सतपाल ठुकराल उत्तराखंड से चलकर पैदल गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे जिनके पैरों में छाले पड़ गए है यह एक सच्चे किसान और सच्चे किसानों की हित की बात करने वाले इंसान हैं जिन्होंने नंगे पैर रहकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसानों को जो समर्थन दिया है यह बात बहुत काबिल तारीफ है और हम सब उनके इस बलिदान को हमेशा हमेशा याद रखेंगे | वही सतपाल ठुकराल ने भी सभी किसान भाइयों को अपना समर्थन देते हुए कहा कि मैं हिंदुस्तान का बेटा हूं और अपनी मातृभूमि के लिए इन तीनों कानूनों के खिलाफ अपने प्राण भी देने पड़े तो मैं से पीछे नहीं हटूंगा | मेरे किसान भाई जो शहीद हुए हैं मैं उनको सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए वाहेगुरु से प्रार्थना करूंगा कि वाहेगुरु उनको स्वर्ग में अच्छी जगह दे | उन्होंने वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह के साथ अपने विचारों का समापन किया |
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