उत्तराखण्ड हरिद्वार

दिव्यांग और बुजुर्ग को नहीं होगी मां गंगा के आचमन और स्नान में परेशानी,,,,आटोमेटेड हैंड ऑपरेटेड व्हील चेयर और रैंप की सुविधा हुई शुरू|

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हरिद्वार (वंदना गुप्ता) अब हरकीपैडी पर देश-विदेश से गंगा स्नान करने आने वाले दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालुओं को मां गंगा के आचमन में कोई दिक्कत नहीं आएगी क्योंकि घाट पर ही आटोमेटेड हैंड ऑपरेटेड व्हील चेयर व रैंप की सुविधा शुरू हो चुकी है स्वय संचालित कुर्सी में बैठकर रैंप से होकर गंगा जल का आचमन खुद ही कर सकेंगे मेला अधिकारी दीपक रावत ने हरकी पैड़ी पर दिव्यांगों के लिए बने आटोमेटेड व्हील चेयर व रैंप को देखकर उसका ट्रायल स्वयं भी किया और इस सुविधा की सराहना की व्हील चेयर और रैम्प को बनाने में लगभग तीन लाख रूपये की लागत आयी है मेला अधिकारी दीपक रावत का मानना है कि इस सुविधा से हरकी पैड़ी पर दिव्यांगजन घाट पर सीधे बिना दिक्कत के गंगाजल का आचमन कर सकेंगे और इस सुविधा को निशुल्क रखा गया है मेलाधिकारी दीपक रावत का कहना है कि हर की पौड़ी पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं और उसमें कई दिव्यांग लोग भी होते है जिनको हर की पौड़ी पर गंगा स्नान करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि हर की पौड़ी पर काफी सीढ़ियां है और वहां से व्हीलचेयर को उतारना संभव नहीं होता है इसी को देखते हुए महिला घाट के बराबर में आटोमेटेड हैंड ऑपरेटेड व्हील चेयर व रैंप की सुविधा की गई है और उसको वो खुद ही चला सकते हैं इससे दिव्यांग लोगों को काफी फायदा मिलेगा वो हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर मां गंगा का स्पर्श कर सकते हैं और गंगा स्नान भी इसमें किसी भी प्रकार का उनसे शुल्क नहीं लिया जाएगा हरकीपैडी पर सीढ़ियों के चलते ब्रह्मकुंड में गंगा तक पहुंचने में दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालुओं को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता था काफी भीड़ होने के चलते दिव्यांग और बुजुर्ग लोग मायूस होकर वापस लौट जाते थे ऐसे में मेला प्रशासन ने कुंभ मेले से पहले इस तरह की व्यवस्था की है जिसे दिव्यांग और बुजुर्ग लोगों को मां गंगा का स्पर्श और स्नान करने का मौका मिले

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