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स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की तिरंगा यात्रा का काशीपुर में हुआ समापन

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काशीपुर- (सुनील शर्मा) भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता किसान आंदोलन के सूत्राधार रहे किसान नेता राकेश टिकैत द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर निकाली जा रही तिरंगा यात्रा नानकमत्ता, किच्छा से बाजपुर दोराहा होते हुए काशीपुर में आकर समाप्त हुई।

 नानकमत्ता, किच्छा, बाज़पुर दोराहा के बाद काशीपुर में राकेश टिकैत ने काशीपुर के पहले मां बाल सुंदरी देवी मंदिर में पूजा अर्चना की और गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पर तिरंगा यात्रा का समापन किया।

काशीपुर पहुंचने पर भारतीय किसान यूनियन के उत्तराखंड प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेम सिंह सहोता के नेतृत्व में भारी संख्या में किसानों ने विभिन्न स्थानों पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत  का स्वागत किया।

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए किसान नेता एवं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर जबरदस्त तरीके से प्रहार किये।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में तिरंगा यात्रा को किसानों का भरपूर सहयोग मिला है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली छोड़ कर उत्तराखंड की तरफ को रुख करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर गांव के किसान को सरकार घुमा फिरा कर वापस लाल किले पर छोड़ आई इसलिए उन्होंने साफ कर दिया कि स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली सरकार को ही मुबारक हो।

जिसके बाद स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने उत्तराखंड का रुख किया। उन्होंने गीदड़ और कुत्ते का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार के ऊपर किसानों का दबाव जरूर बनेगा क्योंकि फसल का रेट गांव वाले ले लेंगे, तीनों काले कृषि कानून दिल्ली वाले वापस करवा लेंगे, देश के प्रधानमंत्री के मुताबिक 1 जनवरी 2022 से किसानों को फसल का रेट दोगुना हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि आंदोलन का हल नहीं बल्कि समाधान आर-पार होगा। चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव  की बात होगी। सरकार पर हमला बोलते हुए टिकैत ने कहा कि सरकार अब सोने की जगह रोटी का व्यापार करना चाहती है जिसके लिए दो कंपनियां भी नियुक्त कर दी गई हैं।

यह किसानों के ही अनाज का सौदा करेंगे और मंहगे दामों पर हमें ही रोटी देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों से गलत जगह पेंच फंसाया है जो किसान अपनी जमीन एक टुकड़ा अपने भाई को नहीं देता क्या वह सरकार काे अपनी जमीन सौंप देगा क्या।

उन्होंने कहा कि रामपुर में बड़े पैमाने पर गेहूं खरीद में घोटाला हुआ है। 11 हजार किसानों के नाम पर फर्जी खाते खोले गए हैं। हमने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच में खानापूर्ति की जा रही है। सरकार बचने की कोशिश कर रही है। टिकैत ने केन्द्र सरकार को चेताते हुए कहा कि सात साल पहले पीएम मोदी ने 2022 में किसानों की आय दो गुनी कीमत करने की बात कही थी।

जनवरी दूर नहीं है और अब किसान भी दोगुने पर अपने अनाज बेंचने को तैयार है फैसला सरकार के हाथ में है। दो बड़े मीडिया हाउस के बारे में उन्होंने कहा कि इन दोनों मीडिया हाउस का बहिष्कार करना पड़ेगा।

  उन्होंने कहा कि देश में जगह-जगह जाकर के किसान आंदोलन की धार और तेज की जाएगी जिसके तहत 16 अगस्त को मध्य प्रदेश तथा उसके बाद तमिलनाडु तथा अन्य राज्यों का वह दौरा कर किसानों से वार्ता करेंगे।

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