लखनऊ के मलिहाबाद के सिंधरवा काजीखेड़ा गांव में सड़क पार कर रहे तीन मासूमों को कार ने रौंद दिया। घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। पुलिस का दावा है कि बच्चों पर कार चढ़ना हादसा है। हत्या के प्रयास के सुबूत नहीं है। वहींए परिजन पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। लखनऊ के मलिहाबाद के सिंधरवा काजीखेड़ा गांव में बच्चों पर कार चढ़ने के मामले में पुलिस ने दावा किया है कि ये हादसा है। हत्या के प्रयास के सुबूत नहीं मिले हैं। इसी आधार पर हत्या के प्रयास की धारा हटा दी गई है। कार चालक पर सिर्फ शांतिभंग के तहत कार्रवाई की गई।
इसके बाद एसीपी कोर्ट से जमानत दे दी गई। बीते बृहस्पतिवार को काजीखेड़ा निवासी वीरेंद्र कुमार के तीन बच्चे शिवानी य8द्ध स्नेहा य4द्ध और कृष्णा य3द्ध सड़क किनारे से गुजर रहे थे। इसी दौरान सामने से आ रही कार अचानक से तीनों बच्चों की तरफ मुड़ी और इन्हें टक्कर मारकर दी। गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई। तीनों बच्चे घायल हो गए। इसका सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
पुलिस ने वीरेंद्र की तहरीर पर कार चालक गोविंद पर हत्या के प्रयास की धारा में एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लियाए लेकिन चालान सिर्फ शांतिभंग में किया। इस संबंध में मंगलवार को डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बयान जारी कर दावा किया कि गोविंद ने इरादतन ऐसा नहीं किया था। वह कार को नियंत्रित नहीं कर पाया था। ये महज एक हादसा है। हत्या के प्रयास के संबंध में सुबूत न मिलने पर गंभीर धारा हटा दी गई। उनका ये भी कहना है कि घटना के बाद आरोपी पक्ष ने उनके घर पर पहुंचकर जान से मारने की धमकी दी थी। उससे संबंधित धाराएं बढ़नी चाहिए। पुलिस अफसरों का कहना है कि जो भी आरोप हैंए उनकी जांच की जा रही है।
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