Breaking News

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार के वनस्पति विज्ञान विभाग में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया…….

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

ख़बर शेयर करें -

कोटद्वार- डॉo पीतांबर दत्त बड़वाल हिमालय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार के वनस्पति विज्ञान विभाग में दिनांक 13 /09/ 24 को विश्व ओजोन संरक्षण दिवस के उपलक्ष में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसकी थीम ‘ओजोन फार लाइफ’ थी l प्रतियोगिता में स्नातक एवं स्नातकोत्तर  के  छात्र/छात्राओं ने  प्रतिभाग किया कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रोफेसर डीoएसo नेगी जी द्वारा किया l गया इस अवसर पर प्राचार्य ने कहा कि विश्व ओजोन दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो हमें ओजोन परत के गहन महत्व और इसे बचाने के लिए चल रहे प्रयासों की याद दिलाता हैl

 

मॉन्ट्रियल  प्रोटोकॉल और बंटी हुई वैश्विक जागरूकता के माध्यम से हम ओजोन परत को ठीक करने और  जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने की दिशा में सहयोगात्मक रूप से कम कर सकते हैं l  जिससे  आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और अधिक टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित हो सके l वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर बसंतिका कश्यप ने कहा कि मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का मुख्य उद्देश्य ओजोन परत को नष्ट करने वाले पदार्थों के कुल वैश्विक उत्पादन और खपत को नियंत्रित करने के उपाय करके ओजोन परत की रक्षा करना है l

 

जिसका अंतिम उद्देश्य वैज्ञानिक ज्ञान और तकनीकी जानकारी के विकास के आधार पर उनका उन्मूलन करना है lरसायन विज्ञान के विभागाध्यक्ष  डॉo अभिषेक गोयल ने कहा कि विश्व ओजोन दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है, ताकि हम ओजोन परत के महत्व को याद रखें और इसे बचाने के लिए काम करना जारी रखें l हम सभी छोटे-छोटे बदलाव करने करके ओजोन परत की रक्षा कर सकते हैं l हमारे द्वारा किए गए छोटे-छोटे बदलाव ओजोन परत की रक्षा में एक बड़ा अंतर ला सकते हैं l

 

भूगोल विभाग की  विभाग प्रभारी डॉक्टर नदी गड़िया द्वारा ओजोन की भौगोलिक स्थिति और वातावरण के विभिन्न भागों पर चर्चा की गई l कार्यक्रम की संयोजक एवं वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ0 राखी डिमरी ने कहा कि विश्व ओजोन दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को ओजोन परत के बारे में जानकारी देना और डैमेज हो रही ओजोन परत के प्रति जागरूक करना है, ओजोन परत के डैमेज होने से पराबैंगनी किरणें धरती पर अधिक मात्रा में पहुंचकर त्वचा कैंसर, दमा, मोतियाबिंद और आनुवंशिक उत्परिवर्तन जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है l

 

अगर लोग प्रदूषण को कम कर सकते हैं तो ओजोन परत को डैमेज होने से बचाया जा सकता है l प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बी0एस0सी0 प्रथम सेमेस्टर की छात्रा सुप्रिया,  द्वितीय स्थान एम0एस0सी0 तृतीय सेमेस्टर की छात्रा सोनाक्षी भंडारी तृतीय स्थान, बीoएसoसीo तृतीय सेमेस्टर की छात्रा प्रियंका एवं बीoएसoसीo प्रथम सेमेस्टर की छात्रा का छात्र छात्रा वंशिका को सांत्वना पुरस्कार दिया गया l प्राचार्य द्वारा सभी विजेता छात्राओं को पुरस्कृत किया l

 

वृहद   वृक्षारोपण कार्यक्रम का संचालन डॉo नीता भट्ट द्वारा किया गया कार्यक्रम के अंत में सभी छात्र-छात्राओं को पॉलिथीन के न्यूनतम उपयोग एवं वृद्धि वृक्षारोपण की शपथ दिलाई गई l कार्यक्रम में डॉo श्वेता कुकरेती, डॉo नेहा कुकरेती श्री बीरेन्द्र सिंह  सैनी, श्री शीशपाल सिंह राणा, श्री भारत सिंह रावत, श्री कुलदीप सिंह  रावत एवं श्री कमलेश कुमार एवं समस्त छात्राएं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहेl

Leave a Comment

और पढ़ें

error: Content is protected !!