
रामनगर – उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं ने शराब की दुकानों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है, जिससे समाज में जागरूकता और बदलाव की लहर दौड़ गई है

चोरगलिया: नहर में बहाई शराब
चोरगलिया के बेचपुर परगाई गांव में महिलाओं ने नई शराब की दुकान के विरोध में प्रदर्शन किया। गुस्साई महिलाओं ने दुकान में रखी शराब की बोतलों को नहर में बहा दिया और दुकान को बंद करने की मांग की। पुलिस के समझाने पर महिलाएं शांत हुईं।
रामनगर के पटकोट में 18 दिनों से धरना
पटकोट गांव में महिलाओं का धरना प्रदर्शन 18वें दिन भी जारी है। महिलाएं सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक पांच-पांच के समूह में धरना दे रही हैं, ताकि वे अपने घर और खेती के कामकाज भी कर सकें। धरने में कई महिलाएं शामिल हैं, जो शराब की दुकान के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद कर रही हैं।
मालधन में अनिश्चितकालीन धरना
मालधन में महिला एकता मंच की महिलाओं ने शराब की दुकान को बंद करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है। महिलाओं का कहना है कि सरकार से स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग की गई थी, लेकिन सरकार ने गांव के लोगों को शराब की दुकान देकर बर्बाद करने का काम किया है। महिलाओं ने सरकार पर शराब माफिया से साठ-गांठ का आरोप लगाया है।
सामाजिक बदलाव की ओर कदम
इन आंदोलनों में महिलाओं की भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि वे अपने समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। शराब की दुकानों के खिलाफ यह विरोध समाज में महिलाओं की भूमिका को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इन आंदोलनों से यह संदेश मिलता है कि जब महिलाएं एकजुट होकर किसी सामाजिक बुराई के खिलाफ खड़ी होती हैं, तो वे बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
