
हल्द्वानी – नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर स्थित ऐतिहासिक रामलीला मैदान में रविवार को कांग्रेस पार्टी द्वारा ‘जय हिंद सभा’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में दिखाए गए अदम्य साहस और शौर्य को नमन करना था। सभा में उत्तराखंड कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओं, पूर्व सैनिकों और सैकड़ों कार्यकर्ताओं की भागीदारी ने आयोजन को विशेष बना दिया।

कार्यक्रम में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, राष्ट्रीय महासचिव काजी निज़ामुद्दीन, सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी एवं कांग्रेस नेता रोहित चौधरी और हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश मंच पर मौजूद रहे। कुमाऊं और गढ़वाल अंचलों से आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पूर्व सैनिकों की बड़ी संख्या ने आयोजन को एक विशाल जनसभा में तब्दील कर दिया।
सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जो वीरता दिखाई, वह पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। इस अदम्य साहस को नमन करने के लिए यह सभा आयोजित की गई है। साथ ही नेताओं ने भाजपा पर सेना के नाम पर राजनीति करने और चुनावों में इसका लाभ उठाने का आरोप भी लगाया।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, “जब-जब देश पर संकट आया है, हमारी सेना ने दुश्मनों को करारा जवाब दिया है। कांग्रेस पार्टी हमेशा सेना के शौर्य के साथ खड़ी रही है।” वहीं, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने केंद्र सरकार से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की युद्धविराम घोषणा और अमेरिकी विदेश मंत्री द्वारा भारत की कार्रवाई की पूर्व जानकारी को लेकर जवाब मांगा। उन्होंने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर विषय बताया।
सभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने लायक था। नारेबाज़ी, झंडों की कतार और भारत माता के जयघोष ने माहौल को देशभक्ति से सराबोर कर दिया। आयोजन के माध्यम से कांग्रेस ने एक ओर जहां सेना का सम्मान किया, वहीं सरकार की विदेश नीति और कूटनीतिक पहलुओं पर सवाल भी उठाए।
अंत में, यह सभा न केवल भारतीय सेना के प्रति सम्मान की अभिव्यक्ति रही, बल्कि कांग्रेस के राजनीतिक तेवर और संगठनात्मक ऊर्जा का प्रदर्शन भी।
