
कोटद्वार – स्नाकोत्तर महाविद्यालय में 75 पर्सेंट उपस्थित को सार्थक पोर्टल से हटाए जाने के संदर्भ में महाविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंकुश घिल्डियाल के नेतृत्व में छात्र- छात्राओं को महाविद्यालय से लेकर तहसील तक विरोध प्रदर्शन एवं नारेबाजी कर तहसील प्रांगण में पहुंचकर। उप जिलाधिकारी का माध्यम से मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र प्रेषित किया गया।

पत्र में कहा गया की उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रदेश के महाविधालयों में समर्थ पोर्टल के माध्यम से छात्रों की उपस्थिति संबंधी नियम को प्रभावी किया गया है, तथा प्रतिदिन शिक्षकों द्वारा कक्षा में सेल्फी लेकर भी समर्थ के माध्यम से विभाग को देना सुनिश्चित किया गया है जबकि महोदय ज्ञात हो कि कतिपय महाविद्यालयों में शिक्षको का अभाव बना हुआ है महाविद्यालयों में दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से भी छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते है और यातायात वाहनो की अनुपलब्धता के कारण पतिदिन महाविद्यालय आने में सक्षम नहीं है।
साथ ही कतिपय महाविद्यालयों (विशेषकर कोटद्वार महा०) की छात्रों द्वारा सेल्फी को निजता के अधिकार का हनन बताया है जो कि छात्रों के हितों में नहीं है। पूर्व में हसी तरह समर्थ पोर्टल लाया गया था और आज लगभग सभी छात्र समर्थ पोर्टल के कारण किसी न किसी तरह परेशान है और किसी न किसी परेशान है और किसी भी प्रकार की परेशानी के भी तरह निरकरण के लिए कोई व्यवस्था न कर उसमें भी प्रति छात्र से एडमिशन के नाम में पैसे उगाइए रहे है।
हाल में सरकार द्वारा प्रदेश के सभी महाविद्यालय छात्र छात्राओं के लिए 75% उपस्थिति अनिवार्य कर दी गयी है, जो की हमारी दृष्टि से देखा तो पूर्णतः गलत है।अतः महोदय आपसे विनम्र निवेदन है कि आदेश को तत्काल रूप से परिवर्तित करने कृपा करे और उपस्थिति संबंधी सभी नियमों समर्थ पोर्टल से बाहर धन्यवाद करने की कृपा कीजियेगा।इस मौके पर अंकुश घड़ियाल (पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष), पारस नेगी (पूर्व महा सचिव प्रत्याशी ),अंकित थपलियाल , रोहन राणा, प्राची ,अंबिका, अजीत, गौरव, नितिन, सुरभि, रिचा, आदि मौजूद रहे।
