लालकुआ– (नंदन राम आर्य) लालकुआ कोरोना महामारी के बीच प्रदेश सरकार अस्थायी अस्पताल बना रही है लेकिन पिछले सात सालों में लालकुआ के हल्दूचौड़ में निर्माणधीन 30 बैड का अस्पताल अभी तैयार नही हो सका है वही क्षेत्रीय विधायक नवीन दूम्का ने फरवरी 2021में अस्पताल का उद्घाटन करने का दावा किया था अस्पताल शुरू न होने के कारण लोगों को इलाज के अन्य शहरों में भटकना पड़ता है।
बताते चलें कि लालकुआं बिन्दूखता के गावों की भारी जनसंख्या व राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं में घायलों के उपचार के लिए हल्दूचौड़ में नम्बर 2014 को पूर्व कि काग्रेंस सरकार के मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल के प्रयासों से तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र नेगी व वित्त मंत्री इंदिरा हरदेश ने लालकुआ के हल्दूचौड़ क्षेत्र में 30 बैड का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कि नीव रखी थी जिसका जिम्मा उत्तराखंड राज्य अवस्थापना विकास निगम यानी सिडकुल को मिला। शिलान्यास के वक्त बेसमेंट सहित तीन तीन मंजिल अस्पताल की लागत पौने आठ करोड़ रूपये तय कि गई थी।वही दो सितंबर 2016में भूमि पूजन के साथ अस्पताल निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया लेकिन सात साल वर्ष पूरे होने पर भी भवन निर्माणाधीन है वही क्षेत्रीय विधायक नवीन दूम्का ने कार्यदाई संस्था को धन आवंटित करने की बात कहकर फरवरी 2021 में अस्पताल का शुभारंभ करने का दावा किया था लेकिन फरवरी चली गई और अस्पताल का निर्माण अभी कछुआ गति से चल रहा है।
इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरेंद्र बोरा ने प्रदेश में भाजपा कि डबल इंजन सरकार को घरे हुऐ कहा कि प्रदेश सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही हुई है उन्होंने कहा कि हल्दूचौड़ में 30 बेड के अस्पताल की घोषणा काग्रेंस कार्यकाल में की गई थी साथी ही लालकुआं में 10 बैड बनाया गया। लेकिन आज 7 साल से अधिक समय बीतने वाला है और भाजपा सरकार ने उनके द्वारा बनाए गए अस्पताल का निर्माण तक नहीं कराया है उन्होंने सरकार को पूरी तरह फेल बताते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह लापरवाह है स्वास्थ सेवा हो, शिक्षा हो,सडक़ हो ,पानी हो हर क्षेत्र में सरकार पूरी तरह फेल है उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जनता इसका जवाब जरुर देगी।