हल्द्वानी – कोरोना की वजह से लोग घरों में कैद हैं। बेजुबान चीख रहें हैं क्योंकि कोरोना के बीच उनके खाने-पीने पर संकट जो पैदा हो गया है।
जब कोई इंसान उन्हें खाने के साथ दिख जाता है तो वह इस उम्मीद से उसके आसपास इकट्ठा हो जाते हैं कि अब तो कुछ मिल जाएगा। आपको बता दे भूख ने…इन बेजुबानों को हिंसक भी बना दिया है। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन जीव-जंतुओं की मदद कर रहे हैं। ऐसे ही जानकी थापा और ममता ने काठगोदाम स्थित हनुमान मंदिर पहुच कर बेजुबान बंदरों को चने, केले आदि खिलाये जानकी थापा और ममता इस कोरोना कर्फ्यू में लगातार बेजुबान जानवरों को खाने की सामग्री बाँटती नज़र आ रही है जानकी थापा और ममता के साथ नीमा जोशी, सुहेल, शोरभ, नीमा मेवाड़ी, सना आदि थे