देहरादून -यमुनोत्री हाईवे पर खरादी के पास देर रात बिना बारिश के ही भूस्खलन हो गया। पहाड़ी खिसकने से हाईवे पर बड़े-बड़े बोल्डर आ गए, जिससे रास्ता बंद हो गया। वहीं, पहाड़ी से गिरे बोल्डर की चपेट में एक होटल भी आ गया। गनीमत रही कि कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ।
हाईवे पर जहाँ भूस्खलन हुआ वहां ऑल वेदर रोड निर्माण कार्य के तहत सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इसके चलते वहां भूस्खलन का लगातार खतरा बना हुआ है।
16 वर्ष में भी नहीं बना दैजीमांडा-पौड़ीखाल मोटर मार्ग
रुद्रप्रयाग में बच्छणस्यूं के मध्य क्षेत्र के लिए स्वीकृत पांच किमी सड़क 16 वर्ष बाद भी नहीं बन पाई है। मोटर मार्ग के अभाव में पलायन से गांव खाली हो रहे हैं। वर्ष 2004 में ग्राम पंचायत खांकरा, निषणी और बंगोली के रामपुर, मरगांव, सुनाऊं, पौड़ीखाल, चॉम्यूं, पणधारा, कलेथ, निषणी को यातायात सुविधा से जोड़ने के लिए पांच किमी दैजीमांडा-पौड़ीखाल मोटर मार्ग स्वीकृत करते हुए निर्माण के लिए 72 लाख रुपये भी दिए गए, लेकिन भूमि विवाद के कारण मार्ग सर्वेक्षण से आगे नहीं बढ़ सका।
तीन साल पहले 2017 में जिला प्रशासन के प्रयासों से लोनिवि प्रांतीय खंड से मार्ग निर्माण शुरू किया गया, लेकिन ढाई किमी ही कटिंग हो पाई । पिछले दो साल से कार्य बंद पड़ा हुआ है, जिस कारण क्षेत्रीय जनता में काफी रोष है।
स्थानीय पुष्कर सिंह बिष्ट, डीएस नेगी, केएस रौथाण, बीरेंद्र लाल, गणेश बिष्ट, पूर्व प्रधान गजेंद्र सिंह रौथाण आदि का कहना है कि 31 दिसंबर तक अधूरे पड़े मार्ग का निर्माण शुरू न होने पर वह अनशन शुरू करेंगे।
वहीं ईई लोनिवि प्रांतीय खंड इंद्रजीत बोस का कहना है कि दैजीमांडा-पौड़ीखाल मोटर मार्ग का शेष ढाई किमी मार्ग कटिंग के साथ संपूर्ण मार्ग के डामरीकरण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। उम्मीद है कि दिसंबर तक स्वीकृति मिल जाएगी।