हरिद्वार (वंदना गुप्ता) राज्य सरकार द्वारा कुंभ मेले को सीमित किया गया है कुंभ मेले की अवधि 1 अप्रैल से 28 अप्रैल तक की गई है मगर कुंभ मेले से पहले कई बड़े पर्व स्नान को देखते हुए कुंभ मेला प्रशासन के साथ हरिद्वार जिला प्रशासन भी सतर्क नजर आ रहा है क्योंकि हरिद्वार में देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं और साथ ही संन्यासी अखाड़ों की धर्म ध्वजा और पेशवाई भी निकाली जाएगी जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं कोरोना महामारी को देखते हुए भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन कराना मेला प्रशासन और जिला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है कुंभ मेले में कोरोना महामारी को देखते हुए भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए मेला प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा तमाम तैयारियां की जा रही है हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि कुंभ मेले को देखते हुए हमारे द्वारा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की कोरोना जांच की जा रही है बसंत पंचमी स्नान पर हमारे द्वारा 20 हजार लोगों की कोरोना जांच की गई है और उससे पूर्व स्नान पर्व पर 16 हजार लोगों की कोरोना जांच की गई थी उसमें कोरोना के पॉजिटिव काफी कम आए थे उन सभी को हमारे द्वारा मेला अस्पताल में भर्ती कराया गया था इसके साथ ही स्थानीय निवासियों की भी कोरोना जांच की जा रही है इनका का कहना है कि आने वाले पर्व स्नान के साथ शिवरात्रि के शाही स्नान को सकुशल संपन्न कराया जाएगा इसको देखते हुए सभी विभाग को निर्देश जारी किए गए हैं जिला अधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन कराना हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आएंगे मगर हमारे द्वारा सभी प्रकार की तैयारियां की जा रही है और कोरोना को देखते हुए सभी घाटों पर अतिरिक्त फोर्स के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहेंगे इनका कहना है कि अखाड़ों द्वारा निकाली जाने वाली पेशवाई के वक्त भीड़ को देखते हुए भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए सभी तैयारियों को लेकर अखाड़ों और मेला प्रशासन से वार्ता चल रही है हमारे द्वारा जिला प्रशासन के पूरे संसाधन के साथ पेशवाई मार्ग पर क्राउड मैनेजमेंट का अनुपालन कराया जाएगा कुंभ मेले में पर्व स्नान और शाही स्नान पर भीड़ को नियंत्रण करना मेला प्रशासन और जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है इसी को देखते हुए मेला प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा तमाम तरह की तैयारियां की जा रही है जिससे कोरोना महामारी के लिए जारी की गई भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन कराया जा सके और साथ ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की कोरोना जांच भी की जा सके